बुधवार, 12 नवंबर 2008

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सुख - शांती
1‌‌‍॰ यदि परिश्रम के पश्चात् भी कारोबार ठप्प हो, या धन आकर खर्च हो जाता हो तो यह टोटका काम में लें। किसी गुरू पुष्य योग और शुभ चन्द्रमा के दिन प्रात: हरे रंग के कपड़े की छोटी थैली तैयार करें। श्री गणेश के चित्र अथवा मूर्ति के आगे “संकटनाशन गणेश स्तोत्र´´ के 11 पाठ करें। तत्पश्चात् इस थैली में 7 मूंग, 10 ग्राम साबुत धनिया, एक पंचमुखी रूद्राक्ष, एक चांदी का रूपया या 2 सुपारी, 2 हल्दी की गांठ रख कर दाहिने मुख के गणेश जी को शुद्ध घी के मोदक का भोग लगाएं। फिर यह थैली तिजोरी या कैश बॉक्स में रख दें। गरीबों और ब्राह्मणों को दान करते रहे। आर्थिक स्थिति में शीघ्र सुधार आएगा। 1 साल बाद नयी थैली बना कर बदलते रहें।
2॰ किसी के प्रत्येक शुभ कार्य में बाधा आती हो या विलम्ब होता हो तो रविवार को भैरों जी के मंदिर में सिंदूर का चोला चढ़ा कर “बटुक भैरव स्तोत्र´´ का एक पाठ कर के गौ, कौओं और काले कुत्तों को उनकी रूचि का पदार्थ खिलाना चाहिए। ऐसा वर्ष में 4-5 बार करने से कार्य बाधाएं नष्ट हो जाएंगी।
3॰ रूके हुए कार्यों की सिद्धि के लिए यह प्रयोग बहुत ही लाभदायक है। गणेश चतुर्थी को गणेश जी का ऐसा चित्र घर या दुकान पर लगाएं, जिसमें उनकी सूंड दायीं ओर मुड़ी हुई हो। इसकी आराधना करें। इसके आगे लौंग तथा सुपारी रखें। जब भी कहीं काम पर जाना हो, तो एक लौंग तथा सुपारी को साथ ले कर जाएं, तो काम सिद्ध होगा। लौंग को चूसें तथा सुपारी को वापस ला कर गणेश जी के आगे रख दें तथा जाते हुए कहें `जय गणेश काटो कलेश´।
4॰ सरकारी या निजी रोजगार क्षेत्र में परिश्रम के उपरांत भी सफलता नहीं मिल रही हो, तो नियमपूर्वक किये गये विष्णु यज्ञ की विभूति ले कर, अपने पितरों की `कुशा´ की मूर्ति बना कर, गंगाजल से स्नान करायें तथा यज्ञ विभूति लगा कर, कुछ भोग लगा दें और उनसे कार्य की सफलता हेतु कृपा करने की प्रार्थना करें। किसी धार्मिक ग्रंथ का एक अध्याय पढ़ कर, उस कुशा की मूर्ति को पवित्र नदी या सरोवर में प्रवाहित कर दें। सफलता अवश्य मिलेगी। सफलता के पश्चात् किसी शुभ कार्य में दानादि दें।
5॰ व्यापार, विवाह या किसी भी कार्य के करने में बार-बार असफलता मिल रही हो तो यह टोटका करें- सरसों के तैल में सिके गेहूँ के आटे व पुराने गुड़ से तैयार सात पूये, सात मदार (आक) के पुष्प, सिंदूर, आटे से तैयार सरसों के तैल का रूई की बत्ती से जलता दीपक, पत्तल या अरण्डी के पत्ते पर रखकर शनिवार की रात्रि में किसी चौराहे पर रखें और कहें -“हे मेरे दुर्भाग्य तुझे यहीं छोड़े जा रहा हूँ कृपा करके मेरा पीछा ना करना।´´ सामान रखकर पीछे मुड़कर न देखें।
6॰ सिन्दूर लगे हनुमान जी की मूर्ति का सिन्दूर लेकर सीता जी के चरणों में लगाएँ। फिर माता सीता से एक श्वास में अपनी कामना निवेदित कर भक्ति पूर्वक प्रणाम कर वापस आ जाएँ। इस प्रकार कुछ दिन करने पर सभी प्रकार की बाधाओं का निवारण होता है।
7॰ किसी शनिवार को, यदि उस दिन `सर्वार्थ सिद्धि योग’ हो तो अति उत्तम सांयकाल अपनी लम्बाई के बराबर लाल रेशमी सूत नाप लें। फिर एक पत्ता बरगद का तोड़ें। उसे स्वच्छ जल से धोकर पोंछ लें। तब पत्ते पर अपनी कामना रुपी नापा हुआ लाल रेशमी सूत लपेट दें और पत्ते को बहते हुए जल में प्रवाहित कर दें। इस प्रयोग से सभी प्रकार की बाधाएँ दूर होती हैं और कामनाओं की पूर्ति होती है।
८॰ रविवार पुष्य नक्षत्र में एक कौआ अथवा काला कुत्ता पकड़े। उसके दाएँ पैर का नाखून काटें। इस नाखून को ताबीज में भरकर, धूपदीपादि से पूजन कर धारण करें। इससे आर्थिक बाधा दूर होती है। कौए या काले कुत्ते दोनों में से किसी एक का नाखून लें। दोनों का एक साथ प्रयोग न करें।
9॰ प्रत्येक प्रकार के संकट निवारण के लिये भगवान गणेश की मूर्ति पर कम से कम 21 दिन तक थोड़ी-थोड़ी जावित्री चढ़ावे और रात को सोते समय थोड़ी जावित्री खाकर सोवे। यह प्रयोग 21, 42, 64 या 84 दिनों तक करें।10॰ अक्सर सुनने में आता है कि घर में कमाई तो बहुत है, किन्तु पैसा नहीं टिकता, तो यह प्रयोग करें। जब आटा पिसवाने जाते हैं तो उससे पहले थोड़े से गेंहू में 11 पत्ते तुलसी तथा 2 दाने केसर के डाल कर मिला लें तथा अब इसको बाकी गेंहू में मिला कर पिसवा लें। यह क्रिया सोमवार और शनिवार को करें। फिर घर में धन की कमी नहीं रहेगी।
11॰ आटा पिसते समय उसमें 100 ग्राम काले चने भी पिसने के लियें डाल दिया करें तथा केवल शनिवार को ही आटा पिसवाने का नियम बना लें।12॰ शनिवार को खाने में किसी भी रूप में काला चना अवश्य ले लिया करें।13॰ अगर पर्याप्त धर्नाजन के पश्चात् भी धन संचय नहीं हो रहा हो, तो काले कुत्ते को प्रत्येक शनिवार को कड़वे तेल (सरसों के तेल) से चुपड़ी रोटी खिलाएँ।
14॰ संध्या समय सोना, पढ़ना और भोजन करना निषिद्ध है। सोने से पूर्व पैरों को ठंडे पानी से धोना चाहिए, किन्तु गीले पैर नहीं सोना चाहिए। इससे धन का क्षय होता है।15॰ रात्रि में चावल, दही और सत्तू का सेवन करने से लक्ष्मी का निरादर होता है। अत: समृद्धि चाहने वालों को तथा जिन व्यक्तियों को आर्थिक कष्ट रहते हों, उन्हें इनका सेवन रात्रि भोज में नहीं करना चाहिये।
16॰ भोजन सदैव पूर्व या उत्तर की ओर मुख कर के करना चाहिए। संभव हो तो रसोईघर में ही बैठकर भोजन करें इससे राहु शांत होता है। जूते पहने हुए कभी भोजन नहीं करना चाहिए।17॰ सुबह कुल्ला किए बिना पानी या चाय न पीएं। जूठे हाथों से या पैरों से कभी गौ, ब्राह्मण तथा अग्नि का स्पर्श न करें।18॰ घर में देवी-देवताओं पर चढ़ाये गये फूल या हार के सूख जाने पर भी उन्हें घर में रखना अलाभकारी होता है।
19॰ अपने घर में पवित्र नदियों का जल संग्रह कर के रखना चाहिए। इसे घर के ईशान कोण में रखने से अधिक लाभ होता है।20॰ रविवार के दिन पुष्य नक्षत्र हो, तब गूलर के वृक्ष की जड़ प्राप्त कर के घर लाएं। इसे धूप, दीप करके धन स्थान पर रख दें। यदि इसे धारण करना चाहें तो स्वर्ण ताबीज में भर कर धारण कर लें। जब तक यह ताबीज आपके पास रहेगी, तब तक कोई कमी नहीं आयेगी। घर में संतान सुख उत्तम रहेगा। यश की प्राप्ति होती रहेगी। धन संपदा भरपूर होंगे। सुख शांति और संतुष्टि की प्राप्ति होगी।
21॰ `देव सखा´ आदि 18 पुत्रवर्ग भगवती लक्ष्मी के कहे गये हैं। इनके नाम के आदि में और अन्त में `नम:´ लगाकर जप करने से अभीष्ट धन की प्राप्ति होती है। यथा - ॐ देवसखाय नम:, चिक्लीताय, आनन्दाय, कर्दमाय, श्रीप्रदाय, जातवेदाय, अनुरागाय, सम्वादाय, विजयाय, वल्लभाय, मदाय, हर्षाय, बलाय, तेजसे, दमकाय, सलिलाय, गुग्गुलाय, ॐ कुरूण्टकाय नम:।22॰ किसी कार्य की सिद्धि के लिए जाते समय घर से निकलने से पूर्व ही अपने हाथ में रोटी ले लें। मार्ग में जहां भी कौए दिखलाई दें, वहां उस रोटी के टुकड़े कर के डाल दें और आगे बढ़ जाएं। इससे सफलता प्राप्त होती है।
23॰ किसी भी आवश्यक कार्य के लिए घर से निकलते समय घर की देहली के बाहर, पूर्व दिशा की ओर, एक मुट्ठी घुघंची को रख कर अपना कार्य बोलते हुए, उस पर बलपूर्वक पैर रख कर, कार्य हेतु निकल जाएं, तो अवश्य ही कार्य में सफलता मिलती है।24॰ अगर किसी काम से जाना हो, तो एक नींबू लें। उसपर 4 लौंग गाड़ दें तथा इस मंत्र का जाप करें : `ॐ श्री हनुमते नम:´। 21 बार जाप करने के बाद उसको साथ ले कर जाएं। काम में किसी प्रकार की बाधा नहीं आएगी।
25॰ चुटकी भर हींग अपने ऊपर से वार कर उत्तर दिशा में फेंक दें। प्रात:काल तीन हरी इलायची को दाएँ हाथ में रखकर “श्रीं श्रीं´´ बोलें, उसे खा लें, फिर बाहर जाए¡।26॰ जिन व्यक्तियों को लाख प्रयत्न करने पर भी स्वयं का मकान न बन पा रहा हो, वे इस टोटके को अपनाएं। प्रत्येक शुक्रवार को नियम से किसी भूखे को भोजन कराएं और रविवार के दिन गाय को गुड़ खिलाएं। ऐसा नियमित करने से अपनी अचल सम्पति बनेगी या पैतृक सम्पति प्राप्त होगी। अगर सम्भव हो तो प्रात:काल स्नान-ध्यान के पश्चात् निम्न मंत्र का जाप करें। “ॐ पद्मावती पद्म कुशी वज्रवज्रांपुशी प्रतिब भवंति भवंति।।´´
27॰ यह प्रयोग नवरात्रि के दिनों में अष्टमी तिथि को किया जाता है। इस दिन प्रात:काल उठ कर पूजा स्थल में गंगाजल, कुआं जल, बोरिंग जल में से जो उपलब्ध हो, उसके छींटे लगाएं, फिर एक पाटे के ऊपर दुर्गा जी के चित्र के सामने, पूर्व में मुंह करते हुए उस पर 5 ग्राम सिक्के रखें। साबुत सिक्कों पर रोली, लाल चन्दन एवं एक गुलाब का पुष्प चढ़ाएं। माता से प्रार्थना करें। इन सबको पोटली बांध कर अपने गल्ले, संदूक या अलमारी में रख दें। यह टोटका हर 6 माह बाद पुन: दोहराएं।
28॰ घर में समृद्धि लाने हेतु घर के उत्तरपश्चिम के कोण (वायव्य कोण) में सुन्दर से मिट्टी के बर्तन में कुछ सोने-चांदी के सिक्के, लाल कपड़े में बांध कर रखें। फिर बर्तन को गेहूं या चावल से भर दें। ऐसा करने से घर में धन का अभाव नहीं रहेगा।
29॰ व्यक्ति को ऋण मुक्त कराने में यह टोटका अवश्य सहायता करेगा : मंगलवार को शिव मन्दिर में जा कर शिवलिंग पर मसूर की दाल “ॐ ऋण मुक्तेश्वर महादेवाय नम:´´ मंत्र बोलते हुए चढ़ाएं।30॰ जिन व्यक्तियों को निरन्तर कर्ज घेरे रहते हैं, उन्हें प्रतिदिन “ऋणमोचक मंगल स्तोत्र´´ का पाठ करना चाहिये। यह पाठ शुक्ल पक्ष के प्रथम मंगलवार से शुरू करना चाहिये। यदि प्रतिदिन किसी कारण न कर सकें, तो प्रत्येक मंगलवार को अवश्य करना चाहिये।
31॰ सोमवार के दिन एक रूमाल, 5 गुलाब के फूल, 1 चांदी का पत्ता, थोड़े से चावल तथा थोड़ा सा गुड़ लें। फिर किसी विष्णुण्लक्ष्मी जी के मिन्दर में जा कर मूर्त्ति के सामने रूमाल रख कर शेष वस्तुओं को हाथ में लेकर 21 बार गायत्री मंत्र का पाठ करते हुए बारी-बारी इन वस्तुओं को उसमें डालते रहें। फिर इनको इकट्ठा कर के कहें की `मेरी परेशानियां दूर हो जाएं तथा मेरा कर्जा उतर जाए´। यह क्रिया आगामी 7 सोमवार और करें। कर्जा जल्दी उतर जाएगा तथा परेशानियां भी दूर हो जाएंगी।
32॰ सर्वप्रथम 5 लाल गुलाब के पूर्ण खिले हुए फूल लें। इसके पश्चात् डेढ़ मीटर सफेद कपड़ा ले कर अपने सामने बिछा लें। इन पांचों गुलाब के फुलों को उसमें, गायत्री मंत्र 21 बार पढ़ते हुए बांध दें। अब स्वयं जा कर इन्हें जल में प्रवाहित कर दें। भगवान ने चाहा तो जल्दी ही कर्ज से मुक्ति प्राप्त होगी।
34॰ कर्ज-मुक्ति के लिये “गजेन्द्र-मोक्ष´´ स्तोत्र का प्रतिदिन सूर्योदय से पूर्व पाठ अमोघ उपाय है।35॰ घर में स्थायी सुख-समृद्धि हेतु पीपल के वृक्ष की छाया में खड़े रह कर लोहे के बर्तन में जल, चीनी, घी तथा दूध मिला कर पीपल के वृक्ष की जड़ में डालने से घर में लम्बे समय तक सुख-समृद्धि रहती है और लक्ष्मी का वास होता है।
33॰ अगर निरन्तर कर्ज में फँसते जा रहे हों, तो श्मशान के कुएं का जल लाकर किसी पीपल के वृक्ष पर चढ़ाना चाहिए। यह 6 शनिवार किया जाए, तो आश्चर्यजनक परिणाम प्राप्त होते हैं।36॰ घर में बार-बार धन हानि हो रही हो तों वीरवार को घर के मुख्य द्वार पर गुलाल छिड़क कर गुलाल पर शुद्ध घी का दोमुखी (दो मुख वाला) दीपक जलाना चाहिए। दीपक जलाते समय मन ही मन यह कामना करनी चाहिए की `भविष्य में घर में धन हानि का सामना न करना पड़े´। जब दीपक शांत हो जाए तो उसे बहते हुए पानी में बहा देना चाहिए।37॰ काले तिल परिवार के सभी सदस्यों के सिर पर सात बार उसार कर घर के उत्तर दिशा में फेंक दें, धनहानि बंद होगी।38॰ घर की आर्थिक स्थिति ठीक करने के लिए घर में सोने का चौरस सिक्का रखें। कुत्ते को दूध दें। अपने कमरे में मोर का पंख रखें।
39॰ अगर आप सुख-समृद्धि चाहते हैं, तो आपको पके हुए मिट्टी के घड़े को लाल रंग से रंगकर, उसके मुख पर मोली बांधकर तथा उसमें जटायुक्त नारियल रखकर बहते हुए जल में प्रवाहित कर देना चाहिए।40॰ अखंडित भोज पत्र पर 15 का यंत्र लाल चन्दन की स्याही से मोर के पंख की कलम से बनाएं और उसे सदा अपने पास रखें।
41॰ व्यक्ति जब उन्नति की ओर अग्रसर होता है, तो उसकी उन्नति से ईर्ष्याग्रस्त होकर कुछ उसके अपने ही उसके शत्रु बन जाते हैं और उसे सहयोग देने के स्थान पर वे ही उसकी उन्नति के मार्ग को अवरूद्ध करने लग जाते हैं, ऐसे शत्रुओं से निपटना अत्यधिक कठिन होता है। ऐसी ही परिस्थितियों से निपटने के लिए प्रात:काल सात बार हनुमान बाण का पाठ करें तथा हनुमान जी को लड्डू का भोग लगाए¡ और पाँच लौंग पूजा स्थान में देशी कर्पूर के साथ जलाएँ। फिर भस्म से तिलक करके बाहर जाए¡। यह प्रयोग आपके जीवन में समस्त शत्रुओं को परास्त करने में सक्षम होगा, वहीं इस यंत्र के माध्यम से आप अपनी मनोकामनाओं की भी पूर्ति करने में सक्षम होंगे।
42॰ कच्ची धानी के तेल के दीपक में लौंग डालकर हनुमान जी की आरती करें। अनिष्ट दूर होगा और धन भी प्राप्त होगा।43॰ अगर अचानक धन लाभ की स्थितियाँ बन रही हो, किन्तु लाभ नहीं मिल रहा हो, तो गोपी चन्दन की नौ डलियाँ लेकर केले के वृक्ष पर टाँग देनी चाहिए। स्मरण रहे यह चन्दन पीले धागे से ही बाँधना है।
44॰ अकस्मात् धन लाभ के लिये शुक्ल पक्ष के प्रथम बुधवार को सफेद कपड़े के झंडे को पीपल के वृक्ष पर लगाना चाहिए। यदि व्यवसाय में आकिस्मक व्यवधान एवं पतन की सम्भावना प्रबल हो रही हो, तो यह प्रयोग बहुत लाभदायक है।45॰ अगर आर्थिक परेशानियों से जूझ रहे हों, तो मन्दिर में केले के दो पौधे (नर-मादा) लगा दें।46॰ अगर आप अमावस्या के दिन पीला त्रिकोण आकृति की पताका विष्णु मन्दिर में ऊँचाई वाले स्थान पर इस प्रकार लगाएँ कि वह लहराता हुआ रहे, तो आपका भाग्य शीघ्र ही चमक उठेगा। झंडा लगातार वहाँ लगा रहना चाहिए। यह अनिवार्य शर्त है।47॰ देवी लक्ष्मी के चित्र के समक्ष नौ बत्तियों का घी का दीपक जलाए¡। उसी दिन धन लाभ होगा।48॰ एक नारियल पर कामिया सिन्दूर, मोली, अक्षत अर्पित कर पूजन करें। फिर हनुमान जी के मन्दिर में चढ़ा आएँ। धन लाभ होगा।49॰ पीपल के वृक्ष की जड़ में तेल का दीपक जला दें। फिर वापस घर आ जाएँ एवं पीछे मुड़कर न देखें। धन लाभ होगा।50॰ प्रात:काल पीपल के वृक्ष में जल चढ़ाएँ तथा अपनी सफलता की मनोकामना करें और घर से बाहर शुद्ध केसर से स्वस्तिक बनाकर उस पर पीले पुष्प और अक्षत चढ़ाए¡। घर से बाहर निकलते समय दाहिना पाँव पहले बाहर निकालें।51॰ एक हंडिया में सवा किलो हरी साबुत मूंग की दाल, दूसरी में सवा किलो डलिया वाला नमक भर दें। यह दोनों हंडिया घर में कहीं रख दें। यह क्रिया बुधवार को करें। घर में धन आना शुरू हो जाएगा।
52॰ प्रत्येक मंगलवार को 11 पीपल के पत्ते लें। उनको गंगाजल से अच्छी तरह धोकर लाल चन्दन से हर पत्ते पर 7 बार राम लिखें। इसके बाद हनुमान जी के मन्दिर में चढ़ा आएं तथा वहां प्रसाद बाटें और इस मंत्र का जाप जितना कर सकते हो करें। `जय जय जय हनुमान गोसाईं, कृपा करो गुरू देव की नांई´ 7 मंगलवार लगातार जप करें। प्रयोग गोपनीय रखें। अवश्य लाभ होगा।53॰ अगर नौकरी में तरक्की चाहते हैं, तो 7 तरह का अनाज चिड़ियों को डालें।
54॰ ऋग्वेद (4/32/20-21) का प्रसिद्ध मन्त्र इस प्रकार है -`ॐ भूरिदा भूरि देहिनो, मा दभ्रं भूर्या भर। भूरि घेदिन्द्र दित्ससि। ॐ भूरिदा त्यसि श्रुत: पुरूत्रा शूर वृत्रहन्। आ नो भजस्व राधसि।।´ (हे लक्ष्मीपते ! आप दानी हैं, साधारण दानदाता ही नहीं बहुत बड़े दानी हैं। आप्तजनों से सुना है कि संसारभर से निराश होकर जो याचक आपसे प्रार्थना करता है उसकी पुकार सुनकर उसे आप आर्थिक कष्टों से मुक्त कर देते हैं - उसकी झोली भर देते हैं। हे भगवान मुझे इस अर्थ संकट से मुक्त कर दो।)
51॰ निम्न मन्त्र को शुभमुहूर्त्त में प्रारम्भ करें। प्रतिदिन नियमपूर्वक 5 माला श्रद्धा से भगवान् श्रीकृष्ण का ध्यान करके, जप करता रहे -“ॐ क्लीं नन्दादि गोकुलत्राता दाता दारिद्र्यभंजन।सर्वमंगलदाता च सर्वकाम प्रदायक:। श्रीकृष्णाय नम:।।´´52॰ भाद्रपद मास के कृष्णपक्ष भरणी नक्षत्र के दिन चार घड़ों में पानी भरकर किसी एकान्त कमरे में रख दें। अगले दिन जिस घड़े का पानी कुछ कम हो उसे अन्न से भरकर प्रतिदिन विधिवत पूजन करते रहें। शेष घड़ों के पानी को घर, आँगन, खेत आदि में छिड़क दें। अन्नपूर्णा देवी सदैव प्रसन्न रहेगीं।
53॰ किसी शुभ कार्य के जाने से पहले -रविवार को पान का पत्ता साथ रखकर जायें।सोमवार को दर्पण में अपना चेहरा देखकर जायें।मंगलवार को मिष्ठान खाकर जायें।बुधवार को हरे धनिये के पत्ते खाकर जायें।गुरूवार को सरसों के कुछ दाने मुख में डालकर जायें।शुक्रवार को दही खाकर जायें।शनिवार को अदरक और घी खाकर जाना चाहिये।54॰ किसी भी शनिवार की शाम को माह की दाल के दाने लें। उसपर थोड़ी सी दही और सिन्दूर लगाकर पीपल के वृक्ष के नीचे रख दें और बिना मुड़कर देखे वापिस आ जायें। सात शनिवार लगातार करने से आर्थिक समृद्धि तथा खुशहाली बनी रहेगी।
स्‍वास्‍थ्‍य के लिये टोटके
स्वास्थ्य के लिये टोटके
1॰ सदा स्वस्थ बने रहने के लिये रात्रि को पानी किसी लोटे या गिलास में सुबह उठ कर पीने के लिये रख दें। उसे पी कर बर्तन को उल्टा रख दें तथा दिन में भी पानी पीने के बाद बर्तन (गिलास आदि) को उल्टा रखने से यकृत सम्बन्धी परेशानियां नहीं होती तथा व्यक्ति सदैव स्वस्थ बना रहता है।2॰ हृदय विकार, रक्तचाप के लिए एकमुखी या सोलहमुखी रूद्राक्ष श्रेष्ठ होता है। इनके न मिलने पर ग्यारहमुखी, सातमुखी अथवा पांचमुखी रूद्राक्ष का उपयोग कर सकते हैं। इच्छित रूद्राक्ष को लेकर श्रावण माह में किसी प्रदोष व्रत के दिन, अथवा सोमवार के दिन, गंगाजल से स्नान करा कर शिवजी पर चढाएं, फिर सम्भव हो तो रूद्राभिषेक करें या शिवजी पर “ॐ नम: शिवाय´´ बोलते हुए दूध से अभिषेक कराएं। इस प्रकार अभिमंत्रित रूद्राक्ष को काले डोरे में डाल कर गले में पहनें।3॰ जिन लोगों को 1-2 बार दिल का दौरा पहले भी पड़ चुका हो वे उपरोक्त प्रयोग संख्या 2 करें तथा निम्न प्रयोग भी करें :-एक पाचंमुखी रूद्राक्ष, एक लाल रंग का हकीक, 7 साबुत (डंठल सहित) लाल मिर्च को, आधा गज लाल कपड़े में रख कर व्यक्ति के ऊपर से 21 बार उसार कर इसे किसी नदी या बहते पानी में प्रवाहित कर दें।4॰ किसी भी सोमवार से यह प्रयोग करें। बाजार से कपास के थोड़े से फूल खरीद लें। रविवार शाम 5 फूल, आधा कप पानी में साफ कर के भिगो दें। सोमवार को प्रात: उठ कर फूल को निकाल कर फेंक दें तथा बचे हुए पानी को पी जाएं। जिस पात्र में पानी पीएं, उसे उल्टा कर के रख दें। कुछ ही दिनों में आश्चर्यजनक स्वास्थ्य लाभ अनुभव करेंगे।5॰ घर में नित्य घी का दीपक जलाना चाहिए। दीपक जलाते समय लौ पूर्व या दक्षिण दिशा की ओर हो या दीपक के मध्य में (फूलदार बाती) बाती लगाना शुभ फल देने वाला है।6॰ रात्रि के समय शयन कक्ष में कपूर जलाने से बीमारियां, दु:स्वपन नहीं आते, पितृ दोष का नाश होता है एवं घर में शांति बनी रहती है।7॰ पूर्णिमा के दिन चांदनी में खीर बनाएं। ठंडी होने पर चन्द्रमा और अपने पितरों को भोग लगाएं। कुछ खीर काले कुत्तों को दे दें। वर्ष भर पूर्णिमा पर ऐसा करते रहने से गृह क्लेश, बीमारी तथा व्यापार हानि से मुक्ति मिलती है। 8॰ रोग मुक्ति के लिए प्रतिदिन अपने भोजन का चौथाई हिस्सा गाय को तथा चौथाई हिस्सा कुत्ते को खिलाएं।9॰ घर में कोई बीमार हो जाए तो उस रोगी को शहद में चन्दन मिला कर चटाएं।10॰ पुत्र बीमार हो तो कन्याओं को हलवा खिलाएं। पीपल के पेड़ की लकड़ी सिरहाने रखें।11॰ पत्नी बीमार हो तो गोदान करें। जिस घर में स्त्रीवर्ग को निरन्तर स्वास्थ्य की पीड़ाएँ रहती हो, उस घर में तुलसी का पौधा लगाकर उसकी श्रद्धापूर्वक देखशल करने से रोग पीड़ाएँ समाप्त होती है।12॰ मंदिर में गुप्त दान करें।13॰ रविवार के दिन बूंदी के सवा किलो लड्डू मंदिर में प्रसाद के रूप में बांटे।14॰ सदैव पूर्व या दक्षिण दिषा की ओर सिर रख कर ही सोना चाहिए। दक्षिण दिशा की ओर सिर कर के सोने वाले व्यक्ति में चुम्बकीय बल रेखाएं पैर से सिर की ओर जाती हैं, जो अधिक से अधिक रक्त खींच कर सिर की ओर लायेंगी, जिससे व्यक्ति विभिन्न रोंगो से मुक्त रहता है और अच्छी निद्रा प्राप्त करता है।15॰ अगर परिवार में कोई परिवार में कोई व्यक्ति बीमार है तथा लगातार औषधि सेवन के पश्चात् भी स्वास्थ्य लाभ नहीं हो रहा है, तो किसी भी रविवार से आरम्भ करके लगातार 3 दिन तक गेहूं के आटे का पेड़ा तथा एक लोटा पानी व्यक्ति के सिर के ऊपर से उबार कर जल को पौधे में डाल दें तथा पेड़ा गाय को खिला दें। अवश्य ही इन 3 दिनों के अन्दर व्यक्ति स्वस्थ महसूस करने लगेगा। अगर टोटके की अवधि में रोगी ठीक हो जाता है, तो भी प्रयोग को पूरा करना है, बीच में रोकना नहीं चाहिए।16॰ अमावस्या को प्रात: मेंहदी का दीपक पानी मिला कर बनाएं। तेल का चौमुंहा दीपक बना कर 7 उड़द के दाने, कुछ सिन्दूर, 2 बूंद दही डाल कर 1 नींबू की दो फांकें शिवजी या भैरों जी के चित्र का पूजन कर, जला दें। महामृत्युजंय मंत्र की एक माला या बटुक भैरव स्तोत्र का पाठ कर रोग-शोक दूर करने की भगवान से प्रार्थना कर, घर के दक्षिण की ओर दूर सूखे कुएं में नींबू सहित डाल दें। पीछे मुड़कर नहीं देखें। उस दिन एक ब्राह्मण -ब्राह्मणी को भोजन करा कर वस्त्रादि का दान भी कर दें। कुछ दिन तक पक्षियों, पशुओं और रोगियों की सेवा तथा दान-पुण्य भी करते रहें। इससे घर की बीमारी, भूत बाधा, मानसिक अशांति निश्चय ही दूर होती है।17॰ किसी पुरानी मूर्ति के ऊपर घास उगी हो तो शनिवार को मूर्ति का पूजन करके, प्रात: उसे घर ले आएं। उसे छाया में सुखा लें। जिस कमरे में रोगी सोता हो, उसमें इस घास में कुछ धूप मिला कर किसी भगवान के चित्र के आगे अग्नि पर सांय, धूप की तरह जलाएं और मन्त्र विधि से ´´ ॐ माधवाय नम:। ॐ अनंताय नम:। ॐ अच्युताय नम:।´´ मन्त्र की एक माला का जाप करें। कुछ दिन में रोगी स्वस्थ हो जायेगा। दान-धर्म और दवा उपयोग अवश्य करें। इससे दवा का प्रभाव बढ़ जायेगा।18॰ अगर बीमार व्यक्ति ज्यादा गम्भीर हो, तो जौ का 125 पाव (सवा पाव) आटा लें। उसमें साबुत काले तिल मिला कर रोटी बनाएं। अच्छी तरह सेंके, जिससे वे कच्ची न रहें। फिर उस पर थोड़ा सा तिल्ली का तेल और गुड़ डाल कर पेड़ा बनाएं और एक तरफ लगा दें। फिर उस रोटी को बीमार व्यक्ति के ऊपर से 7 बार वार कर किसी भैंसे को खिला दें। पीछे मुड़ कर न देखें और न कोई आवाज लगाए। भैंसा कहाँ मिलेगा, इसका पता पहले ही मालूम कर के रखें। भैंस को रोटी नहीं खिलानी है, केवल भैंसे को ही श्रेष्ठ रहती है। शनि और मंगलवार को ही यह कार्य करें।19॰ पीपल के वृक्ष को प्रात: 12 बजे के पहले, जल में थोड़ा दूध मिला कर सींचें और शाम को तेल का दीपक और अगरबत्ती जलाएं। ऐसा किसी भी वार से शुरू करके 7 दिन तक करें। बीमार व्यक्ति को आराम मिलना प्रारम्भ हो जायेगा।20॰ किसी कब्र या दरगाह पर सूर्यास्त के पश्चात् तेल का दीपक जलाएं। अगरबत्ती जलाएं और बताशे रखें, फिर वापस मुड़ कर न देखें। बीमार व्यक्ति शीघ्र अच्छा हो जायेगा।21॰ किसी तालाब, कूप या समुद्र में जहां मछलियाँ हों, उनको शुक्रवार से शुक्रवार तक आटे की गोलियां, शक्कर मिला कर, चुगावें। प्रतिदिन लगभग 125 ग्राम गोलियां होनी चाहिए। रोगी ठीक होता चला जायेगा।22॰ शुक्रवार रात को मुठ्ठी भर काले साबुत चने भिगोयें। शनिवार की शाम काले कपड़े में उन्हें बांधे तथा एक कील और एक काले कोयले का टुकड़ा रखें। इस पोटली को किसी तालाब या कुएं में फेंक दें। फेंकने से पहले रोगी के ऊपर से 7 बार वार दें। ऐसा 3 शनिवार करें। बीमार व्यक्ति शीघ्र अच्छा हो जायेगा।23॰ सवा सेर (1॰25 सेर) गुलगुले बाजार से खरीदें। उनको रोगी पर से 7 बार वार कर चीलों को खिलाएं। अगर चीलें सारे गुलगुले, या आधे से ज्यादा खा लें तो रोगी ठीक हो जायेगा। यह कार्य शनि या मंगलवार को ही शाम को 4 और 6 के मध्य में करें। गुलगुले ले जाने वाले व्यक्ति को कोई टोके नहीं और न ही वह पीछे मुड़ कर देखे।24॰ यदि लगे कि शरीर में कष्ट समाप्त नहीं हो रहा है, तो थोड़ा सा गंगाजल नहाने वाली बाल्टी में डाल कर नहाएं।25॰ प्रतिदिन या शनिवार को खेजड़ी की पूजा कर उसे सींचने से रोगी को दवा लगनी शुरू हो जाती है और उसे धीरे-धीरे आराम मिलना प्रारम्भ हो जायेगा। यदि प्रतिदिन सींचें तो 1 माह तक और केवल शनिवार को सींचें तो 7 शनिवार तक यह कार्य करें। खेजड़ी के नीचे गूगल का धूप और तेल का दीपक जलाएं।26॰ हर मंगल और शनिवार को रोगी के ऊपर से इमरती को 7 बार वार कर कुत्तों को खिलाने से धीरे-धीरे आराम मिलता है। यह कार्य कम से कम 7 सप्ताह करना चाहिये। बीच में रूकावट न हो, अन्यथा वापस शुरू करना होगा।27॰ साबुत मसूर, काले उड़द, मूंग और ज्वार चारों बराबर-बराबर ले कर साफ कर के मिला दें। कुल वजन 1 किलो हो। इसको रोगी के ऊपर से 7 बार वार कर उनको एक साथ पकाएं। जब चारों अनाज पूरी तरह पक जाएं, तब उसमें तेल-गुड़ मिला कर, किसी मिट्टी के दीये में डाल कर दोपहर को, किसी चौराहे पर रख दें। उसके साथ मिट्टी का दीया तेल से भर कर जलाएं, अगरबत्ती जलाएं। फिर पानी से उसके चारों ओर घेरा बना दें। पीछे मुड़ कर न देखें। घर आकर पांव धो लें। रोगी ठीक होना शुरू हो जायेगा।28॰ गाय के गोबर का कण्डा और जली हुई लकड़ी की राख को पानी में गूंद कर एक गोला बनाएं। इसमें एक कील तथा एक सिक्का भी खोंस दें। इसके ऊपर रोली और काजल से 7 निशान लगाएं। इस गोले को एक उपले पर रख कर रोगी के ऊपर से 3 बार उतार कर सुर्यास्त के समय मौन रह कर चौराहे पर रखें। पीछे मुड़ कर न देखें।29॰ शनिवार के दिन दोपहर को 2॰25 (सवा दो) किलो बाजरे का दलिया पकाएं और उसमें थोड़ा सा गुड़ मिला कर एक मिट्टी की हांडी में रखें। सूर्यास्त के समय उस हांडी को रोगी के शरीर पर बायें से दांये 7 बार फिराएं और चौराहे पर मौन रह कर रख आएं। आते-जाते समय पीछे मुड़ कर न देखें और न ही किसी से बातें करें।30॰ धान कूटने वाला मूसल और झाडू रोगी के ऊपर से उतार कर उसके सिरहाने रखें।31॰ सरसों के तेल को गरम कर इसमें एक चमड़े का टुकड़ा डालें, पुन: गर्म कर इसमें नींबू, फिटकरी, कील और काली कांच की चूड़ी डाल कर मिट्टी के बर्तन में रख कर, रोगी के सिर पर फिराएं। इस बर्तन को जंगल में एकांत में गाड़ दें।32॰ घर से बीमारी जाने का नाम न ले रही हो, किसी का रोग शांत नहीं हो रहा हो तो एक गोमती चक्र ले कर उसे हांडी में पिरो कर रोगी के पलंग के पाये पर बांधने से आश्चर्यजनक परिणाम मिलता है। उस दिन से रोग समाप्त होना शुरू हो जाता है।33॰ यदि पर्याप्त उपचार करने पर भी रोग-पीड़ा शांत नहीं हो रही हो अथवा बार-बार एक ही रोग प्रकट होकर पीड़ित कर रहा हो तथा उपचार करने पर भी शांत हो जाता हो, ऐसे व्यक्ति को अपने वजन के बराबर गेहू¡ का दान रविवार के दिन करना चाहिए। गेहूँ का दान जरूरतमंद एवं अभावग्रस्त व्यक्तियों को ही करना चाहिए।
अब थोडी ज्ञान की बातें
बुद्धि और ज्ञान
1॰ माघ मास की कृष्णपक्ष अष्टमी के दिन को पूर्वाषाढ़ा नक्षत्र में अर्द्धरात्रि के समय रक्त चन्दन से अनार की कलम से “ॐ ह्वीं´´ को भोजपत्र पर लिख कर नित्य पूजा करने से अपार विद्या, बुद्धि की प्राप्ति होती है।
2॰ उदसौ सूर्यो अगादुदिदं मामकं वच:।यथाहं शत्रुहोऽसान्यसपत्न: सपत्नहा।।सपत्नक्षयणो वृषाभिराष्ट्रो विष सहि:।यथाहभेषां वीराणां विराजानि जनस्य च।।(का॰1, अनु॰5, सू॰29)यह सूर्य ऊपर चला गया है, मेरा यह मन्त्र भी ऊपर गया है, ताकि मैं शत्रु को मारने वाला होऊँ। प्रतिद्वन्द्वी को नष्ट करने वाला, प्रजाओं की इच्छा को पूरा करने वाला, राष्ट्र को सामर्थ्य से प्राप्त करने वाला तथा जीतने वाला होऊँ, ताकि मैं शत्रु पक्ष के वीरों का तथा अपने एवं पराये लोगों का शासक बन सकूं।21 रविवार तक सूर्य को नित्य रक्त पुष्प डाल कर अर्ध्य दिया जाता है। अर्ध्य द्वारा विसर्जित जल को दक्षिण नासिका, नेत्र, कर्ण व भुजा को स्पर्शित करें। प्रस्तुत मन्त्र `राष्ट्रवर्द्धन´ सूक्त से उद्धृत है।
३॰ बच्चों का पढ़ाई में मन न लगता हो, बार-बार फेल हो जाते हों, तो यह सरल सा टोटका करें-शुक्ल पक्ष के पहले बृहस्पतिवार को सूर्यास्त से ठीक आधा घंटा पहले बड़ के पत्ते पर पांच अलग-अलग प्रकार की मिठाईयां तथा दो छोटी इलायची पीपल के वृक्ष के नीचे श्रद्धा भाव से रखें और अपनी शिक्षा के प्रति कामना करें। पीछे मुड़कर न देखें, सीधे अपने घर आ जाएं। इस प्रकार बिना क्रम टूटे तीन बृहस्पतिवार करें। यह उपाय माता-पिता भी अपने बच्चे के लिये कर सकते हैं।४॰ श्री गोस्वामी तुलसीदास विरचित “अत्रिमुनि द्वारा श्रीराम स्तुति´´ का नित्य पाठ करें। निम्न छन्द अरण्यकाण्ड में वर्णित है।`मानस पीयूष´ के अनुसार यह `राम चरित मानस की नवीं स्तुति है और नक्षत्रों में नवाँ नक्षत्र आश्लेषा (नक्षत्र स्वामी-बुध) है। अत: जीवन में जिनको सर्वोच्च आसन पर जाने की कामना हो, वे इस स्तोत्र को भगवान् श्रीराम / रामायणी हनुमान के चित्र या मूर्ति के समक्ष बैठकर नित्य पढ़ें।।।श्रीअत्रि-मुनिरूवाच।।नमामि भक्त-वत्सलं, कृपालु-शील-कोमलम्।भजामि ते पदाम्बुजं, अकामिनां स्व-धामदम्।।1निकाम-श्याम-सुन्दरं, भवाम्बु-नाथ मन्दरम्।प्रफुल्ल-कंज-लोचनं, मदादि-दोष-मोचनम्।।2प्रलम्ब-बाहु-विक्रमं, प्रभो·प्रमेय-वैभवम्।निषंग-चाप-सायकं, धरं त्रिलोक-नायकम्।।3दिनेश-वंश-मण्डनम्, महेश-चाप-खण्डनम्।मुनीन्द्र-सन्त-रंजनम्, सुरारि-वृन्द-भंजनम्।।4मनोज-वैरि-वन्दितं, अजादि-देव-सेवितम्।विशुद्ध-बोध-विग्रहं, समस्त-दूषणापहम्।।5नमामि इन्दिरा-पतिं, सुखाकरं सतां गतिम्।भजे स-शक्ति सानुजं, शची-पति-प्रियानुजम्।।6त्वदंघ्रि-मूलं ये नरा:, भजन्ति हीन-मत्सरा:।पतन्ति नो भवार्णवे, वितर्क-वीचि-संकुले।।7विविक्त-वासिन: सदा, भजन्ति मुक्तये मुदा।निरस्य इन्द्रियादिकं, प्रयान्ति ते गतिं स्वकम्।।8तमेकमद्भुतं प्रभुं, निरीहमीश्वरं विभुम्।जगद्-गुरूं च शाश्वतं, तुरीयमेव केवलम्।।9भजामि भाव-वल्लभं, कु-योगिनां सु-दुलर्भम्।स्वभक्त-कल्प-पादपं, समं सु-सेव्यमन्हवम्।।10अनूप-रूप-भूपतिं, नतोऽहमुर्विजा-पतिम्।प्रसीद मे नमामि ते, पदाब्ज-भक्तिं देहि मे।।11पठन्ति से स्तवं इदं, नराऽऽदरेण ते पदम्।व्रजन्ति नात्र संशयं, त्वदीय-भक्ति-संयुता:।।12हे भक्तवत्सल ! हे कृपालु ! हे कोमल स्वभाववाले ! मैं आपको नमस्कार करता हू¡। निष्काम पुरूषों को अपना परमधाम देनेवाले आपके चरणकमलों को मैं भजता हू¡।आप नितान्त सुन्दर श्याम, संसार (आवागमन) रूपी समुद्र को मथने के लिये मन्दराचल रूप, फूले हुए कमल के समान नेत्रों वाले और मद आदि दोषों से छुड़ाने वाले हैं।हे प्रभो ! आपकी लम्बी भुजाओं का पराक्रम और आपका ऐश्वर्य अप्रमेय (बुद्धि के परे) है। आप तरकस और धनुष-बाण धारण करने वाले तीनों लोकों के स्वामी हैं।सूर्यवंश के भूषण, महादेव जी के धनुष को तोड़ने वाले, मुनिराजों और सन्तों को आनन्द देने वाले तथा देवताओं के शत्रु असुरों के समूह का नाश करने वाले हैं।आप कामदेव के शत्रु महादेव जी के द्वारा वन्दित, ब्रह्मा आदि देवताओं से सेवित, विशुद्ध ज्ञानमय विग्रह और समस्त दोषों को नष्ट करने वाले हैं।हे लक्ष्मीपते ! हे सुखों की खान और सत्पुरूषों की एकमात्र गति ! मैं आपको नमस्कार करता हू¡। हे शचीपति (इन्द्र) के प्रिय छोटे भाई (वामनजी) ! शक्ति-स्वरूपा श्रीसीताजी और छोटे भाई लक्ष्मणजी सहित आपको मैं भजता हू¡।जो मनुष्य मत्सर (डाह) रहित होकर आपके चरणकमलों का सेवन करते हैं, वे तर्क-वितर्क (अनेक प्रकार के सन्देह) रूपी तरंगों से पूर्ण संसार रूपी समुद्र में नहीं गिरते।जो एकान्तवासी पुरूष मुक्ति के लिये, इन्द्रियादि का निग्रह करके (उन्हें विषयों से हटाकर) प्रसन्नतापूर्वक आपको भजते हैं, वे स्वकीय गति को (अपने स्वरूप को) प्राप्त होते हैं।उन (आप) को जो एक (अद्वितीय), अद्भूत (मायिक जगत् में विलक्षण), प्रभु (सर्वसमर्थ), इच्छारहित, ईश्वर (सबके स्वामी), व्यापक, जगद्गुरू, सनातन (नित्य), तुरीय (तीनों गुणों से सर्वथा परे) और केवल (अपने स्वरूप में स्थित) हैं।(तथा) जो भावप्रिय, कुयोगियों (विषयी पुरूषों) के लिये अत्यन्त दुर्लभ, अपने भक्तों के लिये कल्पवृक्ष, सम और सदा सुखपूर्वक सेवन करने योग्य हैं, मैं निरन्तर भजता हू¡।हे अनुपम सुन्दर ! हे पृथ्वीपति ! हे जानकीनाथ ! मैं आपको प्रणाम करता हू¡। मुझपर प्रसन्न होइये, मैं आपको नमस्कार करता हू¡। मुझे अपने चरणकमलों की भक्ति दीजिये।जो मनुष्य इस स्तुति को आदरपूर्वक पढ़ते हैं, वे आपकी भक्ति से युक्त होकर आपके परमपद को प्राप्त होते हैं, इसमें सन्देह नहीं है।
सुखःशांती
1‌‌‍॰ यदि परिश्रम के पश्चात् भी कारोबार ठप्प हो, या धन आकर खर्च हो जाता हो तो यह टोटका काम में लें। किसी गुरू पुष्य योग और शुभ चन्द्रमा के दिन प्रात: हरे रंग के कपड़े की छोटी थैली तैयार करें। श्री गणेश के चित्र अथवा मूर्ति के आगे “संकटनाशन गणेश स्तोत्र´´ के 11 पाठ करें। तत्पश्चात् इस थैली में 7 मूंग, 10 ग्राम साबुत धनिया, एक पंचमुखी रूद्राक्ष, एक चांदी का रूपया या 2 सुपारी, 2 हल्दी की गांठ रख कर दाहिने मुख के गणेश जी को शुद्ध घी के मोदक का भोग लगाएं। फिर यह थैली तिजोरी या कैश बॉक्स में रख दें। गरीबों और ब्राह्मणों को दान करते रहे। आर्थिक स्थिति में शीघ्र सुधार आएगा। 1 साल बाद नयी थैली बना कर बदलते रहें।
2॰ किसी के प्रत्येक शुभ कार्य में बाधा आती हो या विलम्ब होता हो तो रविवार को भैरों जी के मंदिर में सिंदूर का चोला चढ़ा कर “बटुक भैरव स्तोत्र´´ का एक पाठ कर के गौ, कौओं और काले कुत्तों को उनकी रूचि का पदार्थ खिलाना चाहिए। ऐसा वर्ष में 4-5 बार करने से कार्य बाधाएं नष्ट हो जाएंगी।
3॰ रूके हुए कार्यों की सिद्धि के लिए यह प्रयोग बहुत ही लाभदायक है। गणेश चतुर्थी को गणेश जी का ऐसा चित्र घर या दुकान पर लगाएं, जिसमें उनकी सूंड दायीं ओर मुड़ी हुई हो। इसकी आराधना करें। इसके आगे लौंग तथा सुपारी रखें। जब भी कहीं काम पर जाना हो, तो एक लौंग तथा सुपारी को साथ ले कर जाएं, तो काम सिद्ध होगा। लौंग को चूसें तथा सुपारी को वापस ला कर गणेश जी के आगे रख दें तथा जाते हुए कहें `जय गणेश काटो कलेश´।
4॰ सरकारी या निजी रोजगार क्षेत्र में परिश्रम के उपरांत भी सफलता नहीं मिल रही हो, तो नियमपूर्वक किये गये विष्णु यज्ञ की विभूति ले कर, अपने पितरों की `कुशा´ की मूर्ति बना कर, गंगाजल से स्नान करायें तथा यज्ञ विभूति लगा कर, कुछ भोग लगा दें और उनसे कार्य की सफलता हेतु कृपा करने की प्रार्थना करें। किसी धार्मिक ग्रंथ का एक अध्याय पढ़ कर, उस कुशा की मूर्ति को पवित्र नदी या सरोवर में प्रवाहित कर दें। सफलता अवश्य मिलेगी। सफलता के पश्चात् किसी शुभ कार्य में दानादि दें।
5॰ व्यापार, विवाह या किसी भी कार्य के करने में बार-बार असफलता मिल रही हो तो यह टोटका करें- सरसों के तैल में सिके गेहूँ के आटे व पुराने गुड़ से तैयार सात पूये, सात मदार (आक) के पुष्प, सिंदूर, आटे से तैयार सरसों के तैल का रूई की बत्ती से जलता दीपक, पत्तल या अरण्डी के पत्ते पर रखकर शनिवार की रात्रि में किसी चौराहे पर रखें और कहें -“हे मेरे दुर्भाग्य तुझे यहीं छोड़े जा रहा हूँ कृपा करके मेरा पीछा ना करना।´´ सामान रखकर पीछे मुड़कर न देखें।
6॰ सिन्दूर लगे हनुमान जी की मूर्ति का सिन्दूर लेकर सीता जी के चरणों में लगाएँ। फिर माता सीता से एक श्वास में अपनी कामना निवेदित कर भक्ति पूर्वक प्रणाम कर वापस आ जाएँ। इस प्रकार कुछ दिन करने पर सभी प्रकार की बाधाओं का निवारण होता है।
7॰ किसी शनिवार को, यदि उस दिन `सर्वार्थ सिद्धि योग’ हो तो अति उत्तम सांयकाल अपनी लम्बाई के बराबर लाल रेशमी सूत नाप लें। फिर एक पत्ता बरगद का तोड़ें। उसे स्वच्छ जल से धोकर पोंछ लें। तब पत्ते पर अपनी कामना रुपी नापा हुआ लाल रेशमी सूत लपेट दें और पत्ते को बहते हुए जल में प्रवाहित कर दें। इस प्रयोग से सभी प्रकार की बाधाएँ दूर होती हैं और कामनाओं की पूर्ति होती है।
८॰ रविवार पुष्य नक्षत्र में एक कौआ अथवा काला कुत्ता पकड़े। उसके दाएँ पैर का नाखून काटें। इस नाखून को ताबीज में भरकर, धूपदीपादि से पूजन कर धारण करें। इससे आर्थिक बाधा दूर होती है। कौए या काले कुत्ते दोनों में से किसी एक का नाखून लें। दोनों का एक साथ प्रयोग न करें।
9॰ प्रत्येक प्रकार के संकट निवारण के लिये भगवान गणेश की मूर्ति पर कम से कम 21 दिन तक थोड़ी-थोड़ी जावित्री चढ़ावे और रात को सोते समय थोड़ी जावित्री खाकर सोवे। यह प्रयोग 21, 42, 64 या 84 दिनों तक करें।10॰ अक्सर सुनने में आता है कि घर में कमाई तो बहुत है, किन्तु पैसा नहीं टिकता, तो यह प्रयोग करें। जब आटा पिसवाने जाते हैं तो उससे पहले थोड़े से गेंहू में 11 पत्ते तुलसी तथा 2 दाने केसर के डाल कर मिला लें तथा अब इसको बाकी गेंहू में मिला कर पिसवा लें। यह क्रिया सोमवार और शनिवार को करें। फिर घर में धन की कमी नहीं रहेगी।
11॰ आटा पिसते समय उसमें 100 ग्राम काले चने भी पिसने के लियें डाल दिया करें तथा केवल शनिवार को ही आटा पिसवाने का नियम बना लें।12॰ शनिवार को खाने में किसी भी रूप में काला चना अवश्य ले लिया करें।13॰ अगर पर्याप्त धर्नाजन के पश्चात् भी धन संचय नहीं हो रहा हो, तो काले कुत्ते को प्रत्येक शनिवार को कड़वे तेल (सरसों के तेल) से चुपड़ी रोटी खिलाएँ।
14॰ संध्या समय सोना, पढ़ना और भोजन करना निषिद्ध है। सोने से पूर्व पैरों को ठंडे पानी से धोना चाहिए, किन्तु गीले पैर नहीं सोना चाहिए। इससे धन का क्षय होता है।15॰ रात्रि में चावल, दही और सत्तू का सेवन करने से लक्ष्मी का निरादर होता है। अत: समृद्धि चाहने वालों को तथा जिन व्यक्तियों को आर्थिक कष्ट रहते हों, उन्हें इनका सेवन रात्रि भोज में नहीं करना चाहिये।
16॰ भोजन सदैव पूर्व या उत्तर की ओर मुख कर के करना चाहिए। संभव हो तो रसोईघर में ही बैठकर भोजन करें इससे राहु शांत होता है। जूते पहने हुए कभी भोजन नहीं करना चाहिए।17॰ सुबह कुल्ला किए बिना पानी या चाय न पीएं। जूठे हाथों से या पैरों से कभी गौ, ब्राह्मण तथा अग्नि का स्पर्श न करें।18॰ घर में देवी-देवताओं पर चढ़ाये गये फूल या हार के सूख जाने पर भी उन्हें घर में रखना अलाभकारी होता है।
19॰ अपने घर में पवित्र नदियों का जल संग्रह कर के रखना चाहिए। इसे घर के ईशान कोण में रखने से अधिक लाभ होता है।20॰ रविवार के दिन पुष्य नक्षत्र हो, तब गूलर के वृक्ष की जड़ प्राप्त कर के घर लाएं। इसे धूप, दीप करके धन स्थान पर रख दें। यदि इसे धारण करना चाहें तो स्वर्ण ताबीज में भर कर धारण कर लें। जब तक यह ताबीज आपके पास रहेगी, तब तक कोई कमी नहीं आयेगी। घर में संतान सुख उत्तम रहेगा। यश की प्राप्ति होती रहेगी। धन संपदा भरपूर होंगे। सुख शांति और संतुष्टि की प्राप्ति होगी।
21॰ `देव सखा´ आदि 18 पुत्रवर्ग भगवती लक्ष्मी के कहे गये हैं। इनके नाम के आदि में और अन्त में `नम:´ लगाकर जप करने से अभीष्ट धन की प्राप्ति होती है। यथा - ॐ देवसखाय नम:, चिक्लीताय, आनन्दाय, कर्दमाय, श्रीप्रदाय, जातवेदाय, अनुरागाय, सम्वादाय, विजयाय, वल्लभाय, मदाय, हर्षाय, बलाय, तेजसे, दमकाय, सलिलाय, गुग्गुलाय, ॐ कुरूण्टकाय नम:।22॰ किसी कार्य की सिद्धि के लिए जाते समय घर से निकलने से पूर्व ही अपने हाथ में रोटी ले लें। मार्ग में जहां भी कौए दिखलाई दें, वहां उस रोटी के टुकड़े कर के डाल दें और आगे बढ़ जाएं। इससे सफलता प्राप्त होती है।
23॰ किसी भी आवश्यक कार्य के लिए घर से निकलते समय घर की देहली के बाहर, पूर्व दिशा की ओर, एक मुट्ठी घुघंची को रख कर अपना कार्य बोलते हुए, उस पर बलपूर्वक पैर रख कर, कार्य हेतु निकल जाएं, तो अवश्य ही कार्य में सफलता मिलती है।24॰ अगर किसी काम से जाना हो, तो एक नींबू लें। उसपर 4 लौंग गाड़ दें तथा इस मंत्र का जाप करें : `ॐ श्री हनुमते नम:´। 21 बार जाप करने के बाद उसको साथ ले कर जाएं। काम में किसी प्रकार की बाधा नहीं आएगी।
25॰ चुटकी भर हींग अपने ऊपर से वार कर उत्तर दिशा में फेंक दें। प्रात:काल तीन हरी इलायची को दाएँ हाथ में रखकर “श्रीं श्रीं´´ बोलें, उसे खा लें, फिर बाहर जाए¡।26॰ जिन व्यक्तियों को लाख प्रयत्न करने पर भी स्वयं का मकान न बन पा रहा हो, वे इस टोटके को अपनाएं। प्रत्येक शुक्रवार को नियम से किसी भूखे को भोजन कराएं और रविवार के दिन गाय को गुड़ खिलाएं। ऐसा नियमित करने से अपनी अचल सम्पति बनेगी या पैतृक सम्पति प्राप्त होगी। अगर सम्भव हो तो प्रात:काल स्नान-ध्यान के पश्चात् निम्न मंत्र का जाप करें। “ॐ पद्मावती पद्म कुशी वज्रवज्रांपुशी प्रतिब भवंति भवंति।।´´
27॰ यह प्रयोग नवरात्रि के दिनों में अष्टमी तिथि को किया जाता है। इस दिन प्रात:काल उठ कर पूजा स्थल में गंगाजल, कुआं जल, बोरिंग जल में से जो उपलब्ध हो, उसके छींटे लगाएं, फिर एक पाटे के ऊपर दुर्गा जी के चित्र के सामने, पूर्व में मुंह करते हुए उस पर 5 ग्राम सिक्के रखें। साबुत सिक्कों पर रोली, लाल चन्दन एवं एक गुलाब का पुष्प चढ़ाएं। माता से प्रार्थना करें। इन सबको पोटली बांध कर अपने गल्ले, संदूक या अलमारी में रख दें। यह टोटका हर 6 माह बाद पुन: दोहराएं।
28॰ घर में समृद्धि लाने हेतु घर के उत्तरपश्चिम के कोण (वायव्य कोण) में सुन्दर से मिट्टी के बर्तन में कुछ सोने-चांदी के सिक्के, लाल कपड़े में बांध कर रखें। फिर बर्तन को गेहूं या चावल से भर दें। ऐसा करने से घर में धन का अभाव नहीं रहेगा।
29॰ व्यक्ति को ऋण मुक्त कराने में यह टोटका अवश्य सहायता करेगा : मंगलवार को शिव मन्दिर में जा कर शिवलिंग पर मसूर की दाल “ॐ ऋण मुक्तेश्वर महादेवाय नम:´´ मंत्र बोलते हुए चढ़ाएं।30॰ जिन व्यक्तियों को निरन्तर कर्ज घेरे रहते हैं, उन्हें प्रतिदिन “ऋणमोचक मंगल स्तोत्र´´ का पाठ करना चाहिये। यह पाठ शुक्ल पक्ष के प्रथम मंगलवार से शुरू करना चाहिये। यदि प्रतिदिन किसी कारण न कर सकें, तो प्रत्येक मंगलवार को अवश्य करना चाहिये।
31॰ सोमवार के दिन एक रूमाल, 5 गुलाब के फूल, 1 चांदी का पत्ता, थोड़े से चावल तथा थोड़ा सा गुड़ लें। फिर किसी विष्णुण्लक्ष्मी जी के मिन्दर में जा कर मूर्त्ति के सामने रूमाल रख कर शेष वस्तुओं को हाथ में लेकर 21 बार गायत्री मंत्र का पाठ करते हुए बारी-बारी इन वस्तुओं को उसमें डालते रहें। फिर इनको इकट्ठा कर के कहें की `मेरी परेशानियां दूर हो जाएं तथा मेरा कर्जा उतर जाए´। यह क्रिया आगामी 7 सोमवार और करें। कर्जा जल्दी उतर जाएगा तथा परेशानियां भी दूर हो जाएंगी।
32॰ सर्वप्रथम 5 लाल गुलाब के पूर्ण खिले हुए फूल लें। इसके पश्चात् डेढ़ मीटर सफेद कपड़ा ले कर अपने सामने बिछा लें। इन पांचों गुलाब के फुलों को उसमें, गायत्री मंत्र 21 बार पढ़ते हुए बांध दें। अब स्वयं जा कर इन्हें जल में प्रवाहित कर दें। भगवान ने चाहा तो जल्दी ही कर्ज से मुक्ति प्राप्त होगी।
34॰ कर्ज-मुक्ति के लिये “गजेन्द्र-मोक्ष´´ स्तोत्र का प्रतिदिन सूर्योदय से पूर्व पाठ अमोघ उपाय है।35॰ घर में स्थायी सुख-समृद्धि हेतु पीपल के वृक्ष की छाया में खड़े रह कर लोहे के बर्तन में जल, चीनी, घी तथा दूध मिला कर पीपल के वृक्ष की जड़ में डालने से घर में लम्बे समय तक सुख-समृद्धि रहती है और लक्ष्मी का वास होता है।
33॰ अगर निरन्तर कर्ज में फँसते जा रहे हों, तो श्मशान के कुएं का जल लाकर किसी पीपल के वृक्ष पर चढ़ाना चाहिए। यह 6 शनिवार किया जाए, तो आश्चर्यजनक परिणाम प्राप्त होते हैं।36॰ घर में बार-बार धन हानि हो रही हो तों वीरवार को घर के मुख्य द्वार पर गुलाल छिड़क कर गुलाल पर शुद्ध घी का दोमुखी (दो मुख वाला) दीपक जलाना चाहिए। दीपक जलाते समय मन ही मन यह कामना करनी चाहिए की `भविष्य में घर में धन हानि का सामना न करना पड़े´। जब दीपक शांत हो जाए तो उसे बहते हुए पानी में बहा देना चाहिए।37॰ काले तिल परिवार के सभी सदस्यों के सिर पर सात बार उसार कर घर के उत्तर दिशा में फेंक दें, धनहानि बंद होगी।38॰ घर की आर्थिक स्थिति ठीक करने के लिए घर में सोने का चौरस सिक्का रखें। कुत्ते को दूध दें। अपने कमरे में मोर का पंख रखें।
39॰ अगर आप सुख-समृद्धि चाहते हैं, तो आपको पके हुए मिट्टी के घड़े को लाल रंग से रंगकर, उसके मुख पर मोली बांधकर तथा उसमें जटायुक्त नारियल रखकर बहते हुए जल में प्रवाहित कर देना चाहिए।40॰ अखंडित भोज पत्र पर 15 का यंत्र लाल चन्दन की स्याही से मोर के पंख की कलम से बनाएं और उसे सदा अपने पास रखें।
41॰ व्यक्ति जब उन्नति की ओर अग्रसर होता है, तो उसकी उन्नति से ईर्ष्याग्रस्त होकर कुछ उसके अपने ही उसके शत्रु बन जाते हैं और उसे सहयोग देने के स्थान पर वे ही उसकी उन्नति के मार्ग को अवरूद्ध करने लग जाते हैं, ऐसे शत्रुओं से निपटना अत्यधिक कठिन होता है। ऐसी ही परिस्थितियों से निपटने के लिए प्रात:काल सात बार हनुमान बाण का पाठ करें तथा हनुमान जी को लड्डू का भोग लगाए¡ और पाँच लौंग पूजा स्थान में देशी कर्पूर के साथ जलाएँ। फिर भस्म से तिलक करके बाहर जाए¡। यह प्रयोग आपके जीवन में समस्त शत्रुओं को परास्त करने में सक्षम होगा, वहीं इस यंत्र के माध्यम से आप अपनी मनोकामनाओं की भी पूर्ति करने में सक्षम होंगे।
42॰ कच्ची धानी के तेल के दीपक में लौंग डालकर हनुमान जी की आरती करें। अनिष्ट दूर होगा और धन भी प्राप्त होगा।43॰ अगर अचानक धन लाभ की स्थितियाँ बन रही हो, किन्तु लाभ नहीं मिल रहा हो, तो गोपी चन्दन की नौ डलियाँ लेकर केले के वृक्ष पर टाँग देनी चाहिए। स्मरण रहे यह चन्दन पीले धागे से ही बाँधना है।
44॰ अकस्मात् धन लाभ के लिये शुक्ल पक्ष के प्रथम बुधवार को सफेद कपड़े के झंडे को पीपल के वृक्ष पर लगाना चाहिए। यदि व्यवसाय में आकिस्मक व्यवधान एवं पतन की सम्भावना प्रबल हो रही हो, तो यह प्रयोग बहुत लाभदायक है।45॰ अगर आर्थिक परेशानियों से जूझ रहे हों, तो मन्दिर में केले के दो पौधे (नर-मादा) लगा दें।46॰ अगर आप अमावस्या के दिन पीला त्रिकोण आकृति की पताका विष्णु मन्दिर में ऊँचाई वाले स्थान पर इस प्रकार लगाएँ कि वह लहराता हुआ रहे, तो आपका भाग्य शीघ्र ही चमक उठेगा। झंडा लगातार वहाँ लगा रहना चाहिए। यह अनिवार्य शर्त है।47॰ देवी लक्ष्मी के चित्र के समक्ष नौ बत्तियों का घी का दीपक जलाए¡। उसी दिन धन लाभ होगा।48॰ एक नारियल पर कामिया सिन्दूर, मोली, अक्षत अर्पित कर पूजन करें। फिर हनुमान जी के मन्दिर में चढ़ा आएँ। धन लाभ होगा।49॰ पीपल के वृक्ष की जड़ में तेल का दीपक जला दें। फिर वापस घर आ जाएँ एवं पीछे मुड़कर न देखें। धन लाभ होगा।50॰ प्रात:काल पीपल के वृक्ष में जल चढ़ाएँ तथा अपनी सफलता की मनोकामना करें और घर से बाहर शुद्ध केसर से स्वस्तिक बनाकर उस पर पीले पुष्प और अक्षत चढ़ाए¡। घर से बाहर निकलते समय दाहिना पाँव पहले बाहर निकालें।51॰ एक हंडिया में सवा किलो हरी साबुत मूंग की दाल, दूसरी में सवा किलो डलिया वाला नमक भर दें। यह दोनों हंडिया घर में कहीं रख दें। यह क्रिया बुधवार को करें। घर में धन आना शुरू हो जाएगा।
52॰ प्रत्येक मंगलवार को 11 पीपल के पत्ते लें। उनको गंगाजल से अच्छी तरह धोकर लाल चन्दन से हर पत्ते पर 7 बार राम लिखें। इसके बाद हनुमान जी के मन्दिर में चढ़ा आएं तथा वहां प्रसाद बाटें और इस मंत्र का जाप जितना कर सकते हो करें। `जय जय जय हनुमान गोसाईं, कृपा करो गुरू देव की नांई´ 7 मंगलवार लगातार जप करें। प्रयोग गोपनीय रखें। अवश्य लाभ होगा।53॰ अगर नौकरी में तरक्की चाहते हैं, तो 7 तरह का अनाज चिड़ियों को डालें।
54॰ ऋग्वेद (4/32/20-21) का प्रसिद्ध मन्त्र इस प्रकार है -`ॐ भूरिदा भूरि देहिनो, मा दभ्रं भूर्या भर। भूरि घेदिन्द्र दित्ससि। ॐ भूरिदा त्यसि श्रुत: पुरूत्रा शूर वृत्रहन्। आ नो भजस्व राधसि।।´ (हे लक्ष्मीपते ! आप दानी हैं, साधारण दानदाता ही नहीं बहुत बड़े दानी हैं। आप्तजनों से सुना है कि संसारभर से निराश होकर जो याचक आपसे प्रार्थना करता है उसकी पुकार सुनकर उसे आप आर्थिक कष्टों से मुक्त कर देते हैं - उसकी झोली भर देते हैं। हे भगवान मुझे इस अर्थ संकट से मुक्त कर दो।)
51॰ निम्न मन्त्र को शुभमुहूर्त्त में प्रारम्भ करें। प्रतिदिन नियमपूर्वक 5 माला श्रद्धा से भगवान् श्रीकृष्ण का ध्यान करके, जप करता रहे -“ॐ क्लीं नन्दादि गोकुलत्राता दाता दारिद्र्यभंजन।सर्वमंगलदाता च सर्वकाम प्रदायक:। श्रीकृष्णाय नम:।।´´52॰ भाद्रपद मास के कृष्णपक्ष भरणी नक्षत्र के दिन चार घड़ों में पानी भरकर किसी एकान्त कमरे में रख दें। अगले दिन जिस घड़े का पानी कुछ कम हो उसे अन्न से भरकर प्रतिदिन विधिवत पूजन करते रहें। शेष घड़ों के पानी को घर, आँगन, खेत आदि में छिड़क दें। अन्नपूर्णा देवी सदैव प्रसन्न रहेगीं।
53॰ किसी शुभ कार्य के जाने से पहले -रविवार को पान का पत्ता साथ रखकर जायें।सोमवार को दर्पण में अपना चेहरा देखकर जायें।मंगलवार को मिष्ठान खाकर जायें।बुधवार को हरे धनिये के पत्ते खाकर जायें।गुरूवार को सरसों के कुछ दाने मुख में डालकर जायें।शुक्रवार को दही खाकर जायें।शनिवार को अदरक और घी खाकर जाना चाहिये।54॰ किसी भी शनिवार की शाम को माह की दाल के दाने लें। उसपर थोड़ी सी दही और सिन्दूर लगाकर पीपल के वृक्ष के नीचे रख दें और बिना मुड़कर देखे वापिस आ जायें। सात शनिवार लगातार करने से आर्थिक समृद्धि तथा खुशहाली बनी रहेगी।
बात गूगल के नये क्रोम इंटरनेट एक्‍सप्‍लोर की ....
1 अप्रैल 2006 के दिन अप्रैल फूल बनाते हुए ये बात सबसे पहले निकली थी और अब २ साल और कुछ महीने बाद ये लगता है सच हो ही गयी। जी हाँ गुगल ले कर आया है Chrome, इंटरनेट एक्सप्लोर करने के लिये, ठीक तब जब माइक्रोसोफ्ट ने IE 8 का बीटा लाँच किया।
शुरूआत में ये लगभग १०० देशों को उपलब्ध रहेगा, टेस्ट करने वाले बताते हैं कि ये स्मार्ट है, इन्नोवेटिव है लेकिन इस पहले बीटा वर्जन में कुछ कॉमन ब्राउजर फीचर उपलब्ध नही हैं। जहाँ फायर फोक्स और इंटरनेट में टेब एड्रैस बार के नीचे आते हैं वहीं गुगल के इस वेब ब्राउजर Chrome में ये सबसे ऊपर हैं। ब्राउजर को ओपन करने में ये लास्ट विजिट की गयी साईटस को थम्बनेल की तरह दिखाती है। इसकी स्पीड थोड़ा धीमी बताते हैं लेकिन अब देखना ये है कि ये फायरफोक्स और इंटरनेट एक्सप्लोलर के सामने किस तरह से अपनी पकड़ बनाता है। अभी ये सिर्फ माइक्रोसोफ्ट विंडोज के प्लेटफार्म के लिये ही उपलब्ध होगा।
Download Google Web Browser Chrome, फिलहाल ये सिर्फ Windows XP/Vista प्लेटफार्म पर ही काम करेगा।
गुगल ने Chrome के ऊपर पर एक बहुत सही कार्टून सीरिज (Google Chrome Cartoons Book) निकाली थी जिसे आप यहाँ देख सकते हैं, it’s really interesting। Google web browser Chrome की डिटेल आप को Walter S. Mossberg के आलेख First Test of Google’s New Browser में मिल सकती है। इस फ्री ब्राउजर Chrome का बीटा वर्जन आप यहाँ से डाउनलोड कर सकते हैं।
मैने अभी अभी गुगल के इस वेब ब्राउजर को डाउनलोड करके कुछ साईट देखीं, हिन्दी के फोंट फायर फोक्स की तरह टूटे नजर नही आते। पेज साफ सुथरा दिखता है, स्पीड थोड़ा धीमी है लेकिन फाईनल वर्जन आने तक शायद ये भी ठीक हो जाये। कुल मिलाकर एक अच्छा Impression छोड़ता है गुगल का ये वेब ब्राउजर Chrome।
Security की डिटेल अभी इतना नही पता इसलिये ऐसी एक भी साईट ट्राई नही की जहाँ इसका खतरा हो। आप इसे यहाँ से डाउनलोड कर सकते हैं, इंस्टॉल करने के बाद ये अपने आप सभी बुकमार्क वगैरह इंपोर्ट कर देता है। हिंदी में गुगल Chrome की साईट पर यहाँ पढ़ें
गुगल Chrome का विडियो -
कुछ एक स्क्रीन shots -
1. पहली बार ब्राउजर ओपन करने में ऐसा दिखता है
2. अब वेबसाईट लोड करने की ट्राई
3. वेबसाईट डिस्प्ले, looks good
4. ब्राउजर के अन्य आप्शनस
5. इसमें एक आप्शन है incognito, अगर इस तरह की विंडो (ऊपर के चित्र में सर्किल के अंदर देखें तीसरा आप्शन) आप खोलते हैं तो इसमें खोली गयी वेबसाईटस की डीटेल हिस्ट्री में रिकार्ड नही होती।
6. आप किसी भी वेब साईट को जो ब्राउजर में ओपन है, उसका shortcut कंप्यूटर में ३ तरीके से save कर सकते हैं।
7. Top right corner पर देखिये, सेटिंगस के आप्शन
8. दूसरी बार जब आप ब्राउजर ओपन करते हैं तो पिछली देखी गयी साईटस की thumbnail दिखायी देती हैं।
गूगल के अकाउंट जीमेल के बारे में ......
मेरे विचार से हिन्दी चिट्ठाकारों मे सबके पास जीमेल का एकाउन्ट है। गूगल द्वारा प्रदान की गयी यह एक अच्छी इमेल सेवा है। लेकिन कुछ ऐसी चीजें है जो शायद आप नही जानते होंगे। आइए इन्ही बातों के बारे मे बात करें।एक खाता अनेक प्रयोगअक्सर हम अलग अलग जगह पर प्रयोग करने के लिए अलग अलग इमेल का प्रयोग करते है। हम एक ही खाते मे आफिस,चिट्ठे, दोस्तों और परिवार की की इमेल का हिसाब किताब रखना चाहते है। जीमेल पर फिल्टर लगाने की सुविधा है(इस बारे मे अगले प्वाइंट पर बात करते है।) लेकिन क्यों ना ऐसा हो कि हम हर जगह अलग अलग इमेल का पता दें, लेकिन इमेल एक ही जगह आए। तो जनाब परेशान ना होइए, आप ऐसा कर सकते है। जीमेल की इमेल मे एक खास बात है कि आपके इमेल के प्रथम भाग मे जितने भी डाट्स हों जीमेल उन्हे इग्नोर करता है। उदाहरण के लिए। आपका पता अगर RahulDravid@gmail.com है, निम्नलिखित पतों पर की गयी सभी इमेल आपके पास आएंगी।RahulDravid@gmail.comRahul.Dravid@gmail.comRa.hul.Dravid@gmail.comR.ahulDravid@gmail.comR.a.h.u.l.D.r.a.v.i.d@gmail.comअथवाRahulDravid@googlemail.comRahul.Dravid@googlemail.comRa.hul.Dravid@googlemail.comR.ahulDravid@googlemail.comR.a.h.u.l.D.r.a.v.i.d@googlemail.comअब आप बिन्दास अलग अलग टाइप के इमेल के लिए अलग अलग इमेल आईडी दे दीजिए। आनी सब एक जगह है। इसके अतिरिक्त आप + का भी प्रयोग कर सकते है। उदाहरण के लिए, किसी फालतू साईट पर आप RahulDravid+faltu@gmail.com दे सकते है, आपकी सारी इमेल आपके पते पर आएंगी और आप उन्हे फिल्टर करके, कूड़े दान मे डाल सकते। इस बारे मे अगले पैराग्राम मे देखिए।फिल्टर (छंटाई)अब आपके पास इमेल तो अलग अलग जगह से आ गयी, लेकिन आप चाहते है कि जीतू के यहाँ से आई इमेल एक जगह संचित हो जाए, इमेल बॉक्स को ना घेरे। तो उसका भी इलाज है। आप किसी भी आने वाले पते, विषय, पाने वाले पते अथवा सामग्री के आधार पर फिल्टर बनाकर, उस इमेल को वांछित जगह पर पहुँचा सकते है। इमेल की खोज ( Search )अब जीमेल आपको इतना बड़ा स्टोरेज देता है कि आप इमेल को रखते जाते है। अक्सर जरुरी इमेल गुम हो जाती है। हालांकि आपको उनको * लगाकर संचित कर सकते है। लेकिन उसके बाद भी कई कई बार इमेल नही मिलती। उसके लिए आप ढूंढ सकते है। इसमे सामान्य के अतिरिक्त एडवान्स सर्च भी है। उदाहरण के लिए:शोएब के यहाँ से आई सारी इमेल देखने के लिए : from:shuaibअमित के यहाँ से आई अटैचमेन्ट वाली इमेल्स : from:amit has:attachment कविराज के यहाँ से आई, गलती से डिलीट हुईइमेल को देखने के लिए : in:trash from:kavirajअगस्त के महीने मे आई सारी इमेल : after:2007/08/01 before:2007/09/01फीड एग्रीगेटर मे मेल को पढनाइसके अतिरिक्त अपनी इमेल को लेबल करना, फारवर्ड करना तो आपको आता ही होगा। लेकिन क्या आप जानते है कि आप अपनी इमेल को अपने एग्रीगेटर मे भी पढ सकते है। हालांकि इसका कोई खास प्रयोग नही है, लेकिन यदि आप चाहे तो अपनी इमेल को एग्रीगेटर मे भी पढ सकते है। अपनी इमेल के फीड का पता जानने के लिए ब्राउजर मे ये पता डाले:https://mail.google.com/mail/feed/atomसभी नयी इमेल आपको वहाँ पर दिख जाएगी।जीमेल आपको अन्‍य ईमेल अकांउटस से भी मेल जीमेल खाते में मंगवाने की सुविधा प्रदान करता है, जिसे Mail Fetcher कहा जाता है। इसके द्वारा आप किसी भी इमेल को अपनी जीमेल मे देख सकते है। बशर्ते उस इमेल ने POP ACCESS Enable करने की सुविधा दे रखी हो। पूरी जानकारी के लिए निचे दिये गये वेब एड्रेस पर जाएं, आपको जरूरी जानकारी मिल जाएगी।https://mail.google.com/support/bin/answer.py?ctx=%67mail&hl=en&answer=21288
यूटिपयू - अपने कंप्यूटर स्क्रीन पर चलने वाली किसी भी Activity को रिकार्ड कर विडियो कैसे बनायें और दूसरों को दिखायें
विडियो की मदद से एक दूसरे की हैल्प करने के लिये बहुत कारगार, ये सहूलियत आपको देता है यूटिपयू (uTIPu), It allows you to record anything on your computer screen and share it with online for free. यानि कि आप किसी दूसरे को सिखाने के लिये अपने कंप्यूटर में वो स्टेपस करें साथ साथ उसका विडियो बनायें फिर उस विडियो को उस व्यक्ति के साथ बांट लें जिसको आप ये सीखाना चाहते थे या दसकी मदद करना चाहते थे।इसे उपयोग में लाने के लिये आपको एक छोटा सा सोफ्टवेयर डाउनलोड करना पड‌ेगा जो कि वास्तव में उनका टिपकैम (TipCam) सोफ्टवेयर है। ये ही आपके स्क्रीन पर हो रही गतिविधियों का विडियो बनाता रहता है।uTipu और TipCam की कुछ खूबियाँ इस तरह से हैं -
सबसे पहला तो ये फ्री है
आप अपना विडियो या Tutorial चाहे प्राइवेट उपयोग के लिये रखें या सिर्फ दोस्तों को या सबको दिखायें
विडियो देखने के लिये किसी कोडेक की जरूरत नही पड़ती
रिकार्डिंग के दौरान आप फ्री स्टाईयल राडटिंग की तरह काम कर सकते हैं
स्क्रीन रिकार्डिंग के दरान आप Zoom वगैरह भी कर सकते हैं
अगर आपका इकाउंट फेसबूक में है तो सीधे वहाँ भी दिखा सकते हैं, इसका Direct Integration है फेसबूक के साथ
अब आप सोच रहे हैं कि इसका क्या क्या उपयोग हो सकता है तो कुछ मैं गिना देता हूँ कुछ आप सोच लीजियेगा -
नये नौसखिया ब्लोगरस को ब्लोगर का टैम्पलेट बदलने में या समस्या से मूक्ति दिलाने के लिये विडियो बनायें
अगर आपको कोई समस्या आती है जैसे किसी विशेष क्लिक पर कोई Error तो उसे रिकार्ड कर अपने ब्लोग में दिखाकर दूसरों से मदद मांग सकते हैं
अगर आप कोई गेम खेलते हैं वो रिकार्ड करके दूसरों के साथ बांट सकते हैं या उस खेल को सिखा सकते हैं
किसी दूसरी विडियो साईट या टीवी फीड से चलने वाले विडियो को भी रिकार्ड करके दिखा या खुद बार बार देख सकते हैं
कंप्यूटर में तरह तरह की सेटिंग कैसे बदलें इसका विडियो बना दूसरे नौसिखिया लोगों को भी सिखा सकते हैं
अब बात करते हैं कि ये सब कैसे करें, सबसे पहले uTipu में जाकर एक एकाउंट बनायें और फिर TipCam डाउनलोड कर उसे इंस्टॉल कर लें। इंस्टॉल करने के बाद अपने एकाउंट की डिटेल information वाले पेज पर भर लें, अगर आपके कंप्यूटर में साउंड कार्ड है तो ये बताना ना भूलें।
एडवांसड टैब में जाकर आप रिकार्डिंग की क्वालिटी से संबन्धित आप्शन सलेक्ट कर सकते हैं। आप रिमोट कंप्यूटर से भी VNC की मदद से स्क्रीन रिकार्ड कर सकते हैं। अब अगर आप सोच रहे हैं कि cursor को नही दिखाना है तो उसके लिये भी आप्शन है चाहे तो दिखायें या चाहे तो छुपायें।

है ना uTipu कमाल की चीज, बस अब देर किस बात की आप भी शुरू हो जायें, कम से कम एक बार तो इसका मजा उठाकर देख ही लें और फिर हमें दिखाना ना भूलियेगा कि आपने क्या उस्तादी दिखायी। स्पेस की चिंता तो आप करें ही नही क्योंकि 250 MB स्पेस फ्री है। और अगर आपको लगता है ये कम है तो आप अपने विडियो को Publish कर दीजिये, ये आपके एकाउंट से हटकर uTipu के एकाउंट में आ जायेगी। लेकिन ध्यान रहे उसके बाद आप ना इसे एडिट कर पायेंगे ना डिलीट। डिलीट करवाने के लिये आपको मेल लिखना पड़ेगा। एक बात और ध्यान रखें कि आपका इंटरनेट कनेक्शन थोड़ा फॉस्ट होना चाहिये वरना शायद ठीक से काम ना करे।

अब उदाहरण के लिये, जैसे बता रहे हैं कि आप U-Tube साईट से कोई विडियो कैसे डाउनलोड कर सकते हैं, How to download video from U-Tube, watch this tutorial.

uTipu कैसे डाउनलोड और इंस्टॉल करें उसके लिये ये विडियो देखिये; How to download and install uTIPu, watch this video
अब डाउनलोड करने के बाद अगर आप सोच रहे हैं कि रिकार्ड कैसे करें, उसके लिये ये विडियो देखिये; How to record or capture computer screen activity or how to make video out of it using TipCam, watch this video

और यहाँ जाकर देखिये, आपको मिलेगी बहुत सारी टिप्स और ट्रिक्स
इसे ट्राई करने के लिये तुरत-फुरत हमने ये रिकार्ड करके देखा, आप भी नजर मारके देखिये। अगर आपको लगता है कि आपकी आवाज सही नही आयी, ये आप अपनी बात सही तरह से नही रख पाये तो चिंता ना करें। रिकार्ड करने के बाद आप Voice Over भी कर सकते हैं।
हिन्दी भाषा को संसार भर में सबसे अधिक बोली जाने वाली भाषाओं मे से एक होने का सम्मान प्राप्त है और यह विश्व के 56 करोड़ लोगों की भाषा है। आँकड़े बताते हैं कि भारत में 54 करोड़ तथा विश्व के अन्य देशों में 2 करोड़ लोग हिंदीभाषी हैं।

Hindi is one of the most widely spoken languages in the world. Studies reveal that 540 million people in India and 2 million people in other countries speak Hindi.
नेपाल में 80 लाख, दक्षिण अफ्रीका में 8.90 लाख, मारीशस में 6.85 लाख, संयुक्त राज्य अमेरिका में 3.17 लाख, येमन में 2.33 लाख, युगांडा में 1.47 लाख, जर्मनी में 0.30 लाख, न्यूजीलैंड में 0.20 लाख तथा सिंगापुर में 0.05 लाख लोग हिंदीभाषी हैं। इसके अलावा यू.के. तथा यू.ए.ई. में भी बड़ी संख्या में हिंदीभाषी लोग निवास करते हैं। विश्व की सर्वाधिक बोली जाने वाली भाषाओं में हिंदी का स्थान दूसरा है।It is welknown fact that there are around 8 million in Nepal, 890,000 in South Africa, 685,000 in Mauritius, 317,000 in the U.S., 233,000 in Yemen, 147,000 in Uganda, 30,000 in Germany, 20,000 in New Zealand and 5,000 in Singapore Hindi speakers. Also, there are notable populations of Hindi speakers in UK and UAE. Hindi is the second most spoken language in the world.
हम सभी को अच्छी तरह से ज्ञात है कि हिंदी भाषा अंतरजाल की प्रमुख भाषाओं में से एक बनने की पूर्ण योग्यता रखती है और निकट भविष्य में वह अपने लक्ष्य को पूर्ण करने में अवश्य ही सफलता प्राप्त कर लेगी।All of us are well aware of the fact that Hindi deserves to be one of the main languages of Internet and certainly it will be successful in getting its motto in near future.
आइये! हिंदी के विकास में हम सभी अपना योगदान दें और इसे अन्तर्जाल की प्रमुख भाषाओं में से एक बनने में सफल बनायें।Come! Let's contribut for making Hindi to be the main language of Internate.
जब-जब चाहा तुम्‍हें तब-तब तुम जागे
जब-जब चाहा तुम्‍हें तब-तब तुम जागे
क्‍याकिं ....... क्‍याकिं ...........
क्‍याकिं तुम्‍हारे दजवाजे की घंटी
हम ही बजाकर भागेंा


फुलो में फुलो तुम झुलो में झुलो तुम
हमारी यह तम्‍मना है कि, हमको न भुलो तुम

प्‍यार-प्‍यार-प्‍यार,
प्‍यार क्‍या कभी किसी का पुरा हुआ है
प्‍यार का पहला शब्‍द ही अधुरा हुआ है

वो सोचते है कि हम उनसे प्‍यार करते है
हम सोचते है कि वो हमसे प्‍यार करते है
तनहा – तनहा कट रही है जिन्‍दगी
न वो इजहार करते है न हम इजहार करते है

हम तो खुब दोस्‍ती निभाते है इसलिये
रोती आखों से मुरूकुरते है आसमां में
चांद को क्‍या देखु सितारों में भी आप
नजर आते हैंा
जहा दोस्‍ती वहा प्‍यार
जहा प्‍यार वहा जुदाई
जहा जुदाई वहा दर्द
जहा दर्द वहा-वहा
वहा झंडुबाम लगा लो


क्‍या हुआ जो उसने रचा ली मेंहदी
अब हम भी सेहरा सजायेगें
हमे पता था अब वो हमारे नसीब में नही
अब उसकी छोटी बहन को फसायेगें


वो कहते है मजबुर है हम
न चाहते हुए भी दुर है हम
चुराली उन्‍होने हमारी धडकने
फिर भी कहते है बेकसुर है हम

आज कोई आपसे बात करे
आपकी तारिख करे
तो उसे जोर से एक थप्‍पड मारना
उसकी हिम्‍मत कैसे हुई
आपको एक अप्रेल के बाद
बेवकुफ बनने की


क्‍यों मरते हो यारों बेवफाओं के लिये
मरना है तो मरो वतन के लिये
हसीना भी रूपट्टा उतार देगी
तेरे कफन के लिये

तुम जिस राह से गुजरो
वह फुलो से भर जाए
तुम्‍हें तुम्‍हारी खुशी मिल जाए
तुम हमें मिलो ना मिलो कोई गम नहीं
तुम जिसे चाहो वह तुम्‍हें मिल जायें

आज टाम एंड जेरी की बरसी है
उनकी याद में यह एसएमएस
कम से कम एक कार्टुन को
जरूर भेजना मैने अपना फर्ज
पुरा किया अब आपकी बारी है

मोहब्‍बत इंसान की जरूरत है
दिलो पर मोहब्‍बत की हुकुमत है
आप हमारे प्‍यार की वजह से रूके है
वरना तुम्‍हे हमारी जरूरत है


दोस्‍त कभी दोस्‍त से खफा नहीं होता
दिल मिल के कभी जुदा नही होता
भुला देना हमारी खामियों को
क्‍योकि इंसान कभी खुदा नहीं होता


फुल बिछाये प्‍यार से जिसने
तुम्‍हारी राहो पर
उसे कभी भुलना मत
ऐसी चाहत करने वालो की
राहो में कभी कांटे बिछाना मत


करो कुछ ऐसा दोस्‍ती में की
थैक्‍स और सॉरी शब्‍द बेईमान लगे
निभाओ ऐसी यारी की यार को छोडना
मुश्किल ओर दुनिया को छोडना आसान लगे

लक्ष्मी आयेगी इतनी कि सब जगह नाम होगा, दिन रात व्यापार बढ़े इतना अधिक काम होगा, घर परिवार समाज में बनोगे सरताज़, यही कामना है हमारी आपके लिये, दिवाली की ढेरों शुभकामनायें।
Laxmi aayegi itni ki sab jagah Naam hoga, Din raat vyapar bade itna adhik kaam hoga, Ghar Pariwar samaj me banoge Sartaj,
Yehi Kamna hai hamari aap ke liye Diwali ki Dhero Shubh Kamanaye...
दीप जलते जगमगाते रहें, हम आपको आप हमें याद आते रहें, जब तक जिंदगी है दुआ है हमारी, आप चांद की तरह जगमगाते रहें ... शुभ दिवाली
Deep Jalte jagmagate rahe, Hum aapko Aap hame yaad aate rahe,
Jab tak zindagi hai, dua hai hamari 'Aap Chand ki tarah Zagmagate rahe...' Happy Diwali
सफलता कदम चूमती रहे, खुशी आसपास घूमती रहे, यश इतना फैले कि कस्तूरी शरमा जाये, लक्ष्मी की कृपा इतनी हो कि बालाजी भी देखते रह जायें शुभ दिवाली
Safalta Kadam Chumti rahe, Khushi Aaspas ghumti rahe, Yash Itna faile ki KASTURI Sharma Jaye, Laxmi ki kripa itni ho ki BALAJI bhi dekhte rah jaye, Happy Diwali
गुल ने गुलशन से गुलफाम भेजा है, सितारों ने गगन से सलाम भेजा है, मुबारक हो आपको यह दीवाली, हमने तहे दिल से यह पैगाम भेजा है।
Gul ne gulshan se gulfam bheja hai, sitaro ne gagan se salam bheja hai, Mubarak ho apko ye "DIWALI" Humne tahe dil se yeh paigam bheja hai.
आज से आपके यहां धन की बरसात हो, मां लक्ष्मी का वास हो, संकटों का नाश हो, हर दिल पर आपका राज हो, उन्नती का सर पे ताज हो, घर में शांती का वास हो, *शुभ दीवाली*
"aaj se aap ke yaha...dhan... ki barsat ho, maa laxmi ka... vas... ho, sankatto ka.... nash... ho har dil par aapka... raj... ho, unnati ka sar par... taj... ho ghar me shanti ka.... vas... ho * HAPPY DIWALI *
अब Indian Banks को भी Withdrawing Facility Provide करने लगा है। और मैं इसका जीता जागता सबूत हूँ क्योकि पिछले २ महीनों मे दो बार मैंने अपने Bank अकाउंट पर पैसा मंगाया है।
अब आप सोच रहे होंगे की मैं क्या बातें कर रहा हूँ, है ना?तो चले पहले परिचय ही हो जाये।
Paypal दुनिया की सबसे Popular Online Transaction Service है जिससे आप Net पर Money transfer कर सकते हैं। ये Service आम आदमी के लिए बिल्कुल Free है। Paypal को अब Ebay द्वारा चलाया जाता है।Paypal से Money transfer के लिए आपको एक अकाउंट की जरुरत होती है। ये अकाउंट आपके E-मेल एड्रेस पर निर्भर होता है। नया अकाउंट बनाना भी बहुत आसान है। बस कुछ Form भरिये अपने बारे मे, E-Mail Confirm कीजिये और हो गया आपका Account तैयार। अब आप अपने Paypal Account पर पैसा माँगा सकते है या भेज सकते है।Very Imp Note: Registration के समय आपको Credit या Debit Card Information भरने को कहा जाता है, न होने पर ये step cancel कर दें। इससे आपका Account बन तो जाएगा पर आपको profile पर ' India Unverified ' दीखेगा । इसीलिए 'Unverified' दिखने पर Tension न ले।Account बन जाने पर आप अपने Bank Account को भी इसमे Add कर सकते है जिससे १०$ से जयादा पैसा होने पर अपने Bank Account पर Transfer भी कर सकते है। इसके लिए Charge केवल ५० रुपिया है और ये Service कुछ खास Banks तक ही सीमित है।Internet पर जयादा तर Transcation Paypal के द्वारा ही होता है। इसीलिए मेरे हिसाब से तो एक Account होना जरुरी ही है। और वैसे भी ये तो Free भी है, अब हर्ज क्या है?


क्या आप आज भी अपने घर में Slow Internet Connection का use करते हैं?अगर हाँ, तो मैं पक्के तौर से कह सकता हूँ की आप इसके कछुआ चाल से खुश तो नही होंगे। पर मज़बूरी का नाम महात्मा गाँधी। तो इसी Connection को ही 'अपने सर के बाल' ना नोचने वाला बनाया जाए, कुछ Tips की मदद से।
अगर आप थोड़ा सा लिक से हट कर काम करते हैं, तो आप भी अपने घर से ही नेट use करना े पसंद करेंगे. चले जानते हैं की करना क्या है :(१) Use of Opera Browser : इस Browser के बनने वालों का दावा है की ये दुनिया का सबसे तेज browser है और मैं इससे सहमत भी हूँ। Opera, Speed के मामले मे बाकि को तो पीछे छोड़ देता है। तो सबसे पहले IE, Firefox की जगह Opera use करना शुरु कर दें।
Download Opera
(२) Use Mailing Client For Mailing : अगर आप दिन भर Mailing करते है तो आपके Computer पर Mailing Clients, जैसे Outlook, ThunderBird, Oprea (Opera में Mailing Client भी है, कमाल है ना) , का use आपको Fast बना देगा ।(3)Download Manager For Downloading : अगर आप या अन्य जैसे Free Download Manager का use करते हैं तो आपके नेट की Downloading Speed कई गुना बढ़ जायेगी, और आप कहेंगे, वाह कितना तेज है !(४) Stop All Updates When Surfing : Software या अन्य Updates का Surfing के समय होना आपके मूड को ख़राब कर सकता है। इसीलिए ये Updates Surfing के समय ना होने दें और जब आप Free हों तो इन्हे जरुर करें।(५) Use Of Offline RSS Or Feed Reader : अगर आप दिन भर में किसी News Site या Blog को देखते रहते हैं, तो उसके फीड को ऑफलाइनRSS रीडर, जैसे Opera (इसमे फीड रीडर भी है), Ms Outlook में , Subscribe करके आप कुछ और fast हो सकते हैं।(६) Google Internet Accelerator : आप Google Internet Accelerator का उसे करके भी थोडी सी Speed बढ़ा सकते हैं। ऐसा मैं गूगल का फैन होने के कारण नही कह रहा हूँ। ये सच में कारगर है।(७) Google Gear or Other OfflineTools : आप गूगल Gear या अन्य ऑफलाइन टूल्स का Use करके smart भी बन सकते हैं और कुछ fast भी।
गूगल Gear के लिए सहायता
(८) Do Long Work On Night : अक्सर देखा गया है की रात में Speed थिक मिलती है क्योकि और नेट User उस समय नींद की गोद मे होतें है। इसीलिए अगर आपको Lengthy Works करना है तो रात में काम करें, दिन मे सोकर।
कैसा लगा? मुझे बताये।

अगर आप English के अलावा किसी और Language से Blogging करते हैं, तो आपके Advertising System (जैसे Google Adsense) से कमाने की संभावना कम हो जाती है। आपके blog मे बार बार Public Service Ads दिखाया जाता है।इसका कारण ये है की Adsense या और Advertising Networks विज्ञापन दिखाने के लिए Contexual, यानी की आपके Content (पोस्ट) से related, System का use करतें है। Adsense अभी हिंदी या अन्य Language के ब्लोग्स को Support तो करता है, पर बात फिर जाकर भाषा पर ठहर जाती है। Ad Server आपके blog के Content को समझ नही पता है और related Ads न मिलने पर Non-Profit (लाभहीन), Public Service Ads दिखाने लगता है।पर कुछ टिप्स के दवारा इस Problem को दूर किया जा सकता है। ये टिप्स है :(१) English का जहाँ तक हो सके use करना- आप अपने blog Post के main शब्दों को अपनी भाषा के अलावा English मे दर्शा कर जयादा कम सकते हैं।(२)Adsense Optimization Tools- दूसरा तरीका हैं, Adsense Optimization Tools। ये Tools आपके Ads को Modify करके जयादा कमाने का चांस देते हैं। Pubmatic ऐसा ही एक free ऑनलाइन टूल हैं।(३)Other Ad Network का use करना- आप Adsense के अलावा अन्य Ad networks जैसे AdBrite का use भी कर सकते हैं। ये networks Ads न होने पर Adsense का Ad भी दिखा सकते हैं।
मैं सोचता हूँ ये कारगर हैं। आप क्या सोचते हैं?


क्या आप Meebo के बारें में जानते हैं? ये एक Free Online IM (Instant Messenger) जिसकी मदद से आप बिना किसी Messenger को Download किया बिना अपने Friends से Chat सकते है।है ना मजेदार बात?अब आप जब चाहे, जहाँ चाहे बस Meebo.com खोलिए और जुड़ जाईये अपने अपनों के साथ। Meebo पर कोई registration की जरुरत नही। यानिकी आप Free में Free होकर Free बातें कर सकते हैं। इसके द्वारा Supported Services हैं: Yahoo, Google talk,Msn, Aim यानि की लगभग सभी Major Platform।तो आप क्यों Wait कर रहे हैं? अभी ही जाईये Meebo पर क्योकि आपके दोस्त आपका Wait कर रहे हैं.